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Vadodara Bridge Collapse: बस कुछ कदम दूर बचा ट्रक, 10 की मौत, कई वाहन नदी में समाए

Vadodara Bridge Collapse: महिसागर नदी पर बना 40 साल पुराना पुल अचानक टूटा, कई वाहन गिरे नदी में

गुजरात के वडोदरा और आणंद जिलों को जोड़ने वाले गंभीरा पुल का एक हिस्सा बुधवार सुबह अचानक ढह गया, जिससे कई वाहन महिसागर नदी में जा गिरेVadodara Bridge Collapse हादसे में अब तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि पांच लोगों को बचा लिया गया है

गंभीर दृश्य में एक ट्रक, एक वैन, और कई बाइकें नीचे नदी में गिरती देखी गईं। एक टैंकर ट्रक कुछ ही मीटर की दूरी पर था और बाल-बाल बच गया – उसका अगला हिस्सा टूटे पुल की ओर लटक रहा था, जबकि पीछे का हिस्सा अब भी पुल पर था।

Vadodara Bridge Collapse

 क्या बोले अधिकारी?

गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने मीडिया को जानकारी दी कि यह पुल 1985 में बना था, और समय-समय पर इसका निरीक्षण होता रहा है।
उन्होंने कहा:

“घटना की तकनीकी जांच के निर्देश मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने दे दिए हैं। विशेषज्ञों की टीम मौके पर भेजी गई है।”

आणंद कलेक्टर प्रवीण चौधरी ने बताया:

“हादसे में एक ट्रक, एक इको कार और कुछ दोपहिया वाहन गिरे हैं। एनडीआरएफ और पुलिस टीमें रेस्क्यू में लगी हुई हैं।”

Vadodara Bridge Collapse का वीडियो में दिखा भयावह मंजर

सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में पुल का स्लैब दो खंभों के बीच से टूटते हुए नजर आता है। नीचे खड़ी गाड़ियों को पानी में गिरते और लोगों को जान बचाने की कोशिश करते देखा गया। आसपास के लोग भी रेस्क्यू में मदद करते दिखे।

मोरबी हादसे की याद दिला गया यह दृश्य

यह हादसा एक बार फिर मोरबी पुल त्रासदी की यादें ताजा कर गया, जब 2022 में झूला पुल गिरने से 130 से अधिक लोगों की जान गई थी। लोगों में आक्रोश है कि पुरानी बुनियादी ढांचे की अनदेखी बार-बार ऐसे भयावह हादसों को जन्म दे रही है।

 कांग्रेस का सरकार पर हमला

हादसे के बाद कांग्रेस ने गुजरात सरकार को घेरते हुए कहा:

“गंभीरा पुल का टूटना दर्शाता है कि ‘गुजरात मॉडल’ सिर्फ कागजों तक सीमित है। यह हादसा भ्रष्टाचार और लापरवाही का जीता-जागता उदाहरण है।”

अब आगे क्या?

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे की जांच के आदेश देते हुए पीड़ितों के परिजनों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। राहत और बचाव कार्य अब भी जारी है, और पुल से जुड़े अन्य ढांचों की भी तकनीकी जांच शुरू कर दी गई है।

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