राजस्थान के उदयपुर में रहनेवाले दर्जी कन्हैयालाल की निर्मम हत्या पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ को लेकर विवाद जारी है। फिल्म का ट्रेलर जबसे सामने आया है तबसे एक तरफ जहां विश्व हिंदू परिषद इस फिल्म को सच्चाई का आईना बता रही है तो वहीं दूसरी ओर जमीयत उलेमा-ए-हिंद और जमाअत-ए-इस्लामी हिंद जैसे मुस्लिम संगठन फिल्म पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं।
याचिका में क्या कहा गया
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की थी। याचिका में कहा गया था कि ‘उदयपुर फाइल्स’ फिल्म के ट्रेलर में दिखाया गया है कि किस तरह दर्जी कन्हैया लाल की हत्या मुस्लिम समुदाय के नेताओं की मिली भगत से हुई। इस फिल्म से हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच दरार पैदा हो सकती है और सांप्रदायिक विवाद बढ़ सकता है। इन संगठनो ने सेंसर बोर्ड की पर भी सवाल उठाए और कहा कि ऐसी फिल्म को हरी झंडी कैसे मिली। इतना ही नहीं इन संगठनो द्वारा 20 से ज्यादा सिनेमाघरों को पत्र लिखकर धमकी दी गई है कि अगर फिल्म थिएटर में दिखाई गई तो उनकी तरफ से कड़ा कदम उठाया जाएगा।
क्यों बोले कन्हैयालाल के बेटे
वही इस पूरे विवाद पर कन्हैयालाल के बेटे यश ने कहा कि सेंसर बोर्ड ने पहले ही फिल्म में 150 से ज्यादा कट्स लगा दिए है इसलिए फिल्म को रोकने की कोई जरूरत नहीं थी। यश ने कहा कि याचिकाकर्ता चाहते हैं कि देश मेरे पिता कन्हैया लाल की गर्दन काटने की घटना को भूल जाए। कानूनी कैसे बहुत धीमी गति से चल रहा है। मुझे लगता है कि इस जीवन में उन्हें न्याय नहीं मिल सकेगा।
क्या है फिल्म की कहानी
‘उदयपुर फाइल्स’ राजस्थान में जून 2022 में दर्जी कन्हैया लाल साहू हत्याकांड के ऊपर बनाई गई है। गोस मोहम्मद और रियाज अत्तारी नाम के दो लोग कन्हैयालाल की दुकान में कपड़े सिलवाने का कहकर दाखिल हुए और कन्हैयालाल पर हमला कर दिया और बेरहमी से उनका गला चाकू से रेत दिया। दोनो हत्यारों ने इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी किया था जिसके बाद दो दिन में ही दोनों हत्यारों को हिरासत में ले किया गया था। कन्हैया की हत्या में आतंकियों का हाथ होने की भी संभावना जताई जा रही है फिल्म में नेता नूपुर शर्मा का विवादित बयान भी दिखाया गया है। इस ट्रेलर में ज्ञानवापी मस्जिद के संवेदनशील मुद्दे का भी जिक्र किया गया है।
कब रिलीज होगी फिल्म
दिल्ली हाईकोर्ट में फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने को लेकर याचिका दायर की गई थी।जस्टिस सुधांशु धूलिया और जॉयमाल्य बागची की पीठ ने याचिका को खारिज कर फिल्म की रिलीज को हरी झंडी दे दी है। अब फिल्म 11 जुलाई को ही रिलीज होगी।