दिल्ली में इन दिनों यमुना नदी की सफाई का काम चल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि आने वाले तीन सालों में यमुना नदी को पूरी तरह साफ कर दिया जाएगा। यमुना की सफाई को लेकर दिल्ली सरकार लगातार प्रयास कर रही है। यमुना की सफाई में कई मुश्किलों का सामना दिल्ली सरकार को करना पड़ रहा है। इस सफाई में अवैध खनन एक बड़ी समस्या है। अवैध खनन पर्यावरण मानदंडों का उल्लंघन करते हुए हो रहा है। इसमें नदी के प्राकृतिक प्रवाह को मोड़ना और नदी के तल में हेर फेर करना शामिल है। यमुना नदी के किनारे अवैध रेत खनन बढ़ रहा है। ये खनन दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सीमा के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में हो रहा है।
इसी मामले में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। रेखा गुप्ता ने पत्र लिखकर यमुना नदी में हो रहे अवैध रेत खनन पर गंभीर चिंता जताते हुए दिल्ली और यूपी की सीमा से सटे यमुना क्षेत्रों में इस खनन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग है।
NGT ने भी जताई चिंता
रेखा गुप्ता ने अपने पत्र में NGT की यमुना में हो रहे अवैध खनन को लेकर चिंता का भी जिक्र किया है। एनजीटी की ओर से लगातार कहा जा रहा है कि ये अवैध खनन कई प्रकार के दुष्प्रभाव ला रहा है। उन्होंने अपने इस पत्र में विस्तार से इस खनन की जानकारी योगी आदित्यनाथ को दी है।
भविष्य करना पड़ सकता है बड़ी मुसीबत का सामना
वहीं पत्र में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि खनन के कारण यमुना के तटबंध कमजोर हो रहे हैं, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है, जो कि भविष्य में नदी और उसके आसपास के इलाकों में रह रहे लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इस सबसे पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है। अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि यह समस्या अंतरराज्यीय स्तर की है। इस समस्या के समाधान के लिए दिल्ली और उत्तर प्रदेश दोनो राज्यों की सरकारों का मिलकर काम करना जरूरी है।
पत्र में उन्होंने एक Joint Enforcement Mechanism और Inter-State Demarcation का भी जिक्र किया है। उनका कहना है कि ऐसा करके दोनों राज्यों के प्रशासन आपसी सलाह और समझदारी से इन सभी गतिविधियों पर रोक लगा सकेंगे।
इसके साथ ही दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने विश्वास जताया है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनका सहयोग करेंगे। उनका कहना है कि योगी इस विषय को गंभीरता से लेंगे और उनकी समस्या को समझेंगे। दिल्ली की मुख्यमंत्री का मानना है कि दोनों राज्यों के समन्वित प्रयास से यमुना को बचाने के लिए ज़रूरी प्रयास किये जाएंगे।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लिखा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र, अवैध खनन पर रोक लगाने की मांग की