लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बुधवार को राज्य भर में विपक्ष के “चक्का जाम” का नेतृत्व करेंगे, उनके साथ महागठबंधन के नेता भी होंगे। यह विरोध चुनावी राज्य में मतदाता सूची के चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण का होगा।
राहुल गांधी के साथ बिहार एआईसीसी प्रभारी कृष्णा अल्लावारू, राज्य के कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता शकील अहमद खान, राज्य के कांग्रेस प्रमुख राजेश कुमार, सीपीआई (एमएल-लिबरेशन) प्रमुख दीपांकर भट्टाचार्य होंगे। साथ में कई विधायक, संसद व इंडिया ब्लॉक के शीर्ष नेता शामिल होंगे।
विरोध में आयकर चौराहे से विधानसभा तक मार्च किया जाएगा। राज्य चुनाव आयोग कार्यालय पहुंचकर चल रहे अभियान को तत्काल वापस लेने की मांग पर जोर दिया जाएगा।
आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि गांधी और तेजस्वी जैसे वरिष्ठ नेताओं के होने से विरोध को और गति मिलेगी। हम संशोधन के खिलाफ़ नहीं हैं, लेकिन गैर-चुनावी वर्ष में इसे विपक्ष को विश्वास में लेकर करना चाहिए था।
विपक्ष ने होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों से पहले इस अभियान गलत व गैरजरूरी कहा है। सांसद मनोज कुमार झा और एडीआर ने इस अभियान के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट भी गए। इस पूरे मामले पर सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को सुनवाई करेगा।
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