नई दिल्ली, 1 जुलाई 2025 — देश के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने आज अपनी स्थापना के 70 साल पूरे कर लिए। इस अवसर पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंक को बधाई दी और इसे भारत की अर्थव्यवस्था और आम लोगों की रीढ़ बताया।
वित्त मंत्री ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि SBI की पहुंच आज देश के कोने-कोने तक है — 23,000 से अधिक शाखाएं, 78,000 ग्राहक सेवा केंद्र (CSPs) और 64,000 एटीएम इसके मजबूत नेटवर्क का हिस्सा हैं। उन्होंने यह भी सराहा कि पिछले दशक में डिजिटल बदलावों के चलते ग्राहकों को बैंकिंग और भी सरल और सुलभ हुई है।
किसानों से लेकर महिलाओं तक, SBI सबका साथ, सबका विकास
सीतारमण ने SBI की भूमिका को राष्ट्र निर्माण में अहम बताते हुए कई महत्वपूर्ण आंकड़े साझा किए:
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1.5 करोड़ किसानों को विभिन्न योजनाओं के तहत सहायता
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1.3 करोड़ महिला स्व-सहायता समूहों को आर्थिक मजबूती
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32 लाख रेहड़ी-पटरी वालों को PM SVANidhi योजना के तहत लाभ
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23 लाख MSMEs को वित्तीय समर्थन
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हजारों कारीगरों और शिल्पकारों को योजनाओं के तहत सहायता
इसके अलावा, SBI की भागीदारी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में भी उल्लेखनीय है:
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15 करोड़ से अधिक जनधन खाते
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14 करोड़ से ज्यादा पीएम सुरक्षा बीमा योजना लाभार्थी
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1 करोड़ से अधिक अटल पेंशन योजना के सदस्य
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7 करोड़ पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना धारक
‘विकसित भारत 2047’ के सफर में SBI एक मजबूत साथी
सीतारमण ने आशा जताई कि आने वाले वर्षों में SBI नवाचार, डिजिटल बदलाव और वित्तीय समावेशन के माध्यम से देश की प्रगति में अहम भूमिका निभाता रहेगा।
“SBI का 70 साल का सफर सिर्फ बैंकिंग नहीं, बल्कि भारत की आर्थिक तरक्की और आम लोगों के जीवन को बदलने की कहानी है,” उन्होंने कहा।