अवैध सट्टेबाजी का कारोबार भारत में तेजी पर है। अकसर सट्टेबाजी के विज्ञापन देखने को मिलते हैं। इन सभी विज्ञापनों में बड़े-बड़े अभिनेता, टीवी कलाकार, मॉडल, इनफ्लेसर देखने को मिलते हैं। यह सभी सट्टेबाजी ऐप गैर-कानूनी है। इनका प्रचार करना भी गलत है। बहुत से अभिनेता, मॉडल पैसों के लिए इनका प्रचार करते है। इसी से जुड़े एक मामले में ईडी ने 29 लोगों पर मामला दर्ज किया है।
यह मामला जंगली रम्मी, ए23, जीतविन, परिमैच, लोटस365 और अन्य कई प्लेटफार्मों के लिए भुगतान किए गए प्रचारों से जुड़ा है। इन पर बड़े पैमाने पर धन शोधन में शामिल होने का संदेह है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सार्वजनिक जुआ अधिनियम, 1867 का उल्लंघन करते हुए अवैध सट्टेबाजी ऐप को बढ़ावा देने के आरोप में मामला दर्ज किया है। अभिनेताओं, टेलीविजन होस्ट, सोशल मीडिया प्रभावितों और यूट्यूबर्स सहित 29 व्यक्तियों के खिलाफ प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की गई है। यह कार्रवाई पंजागुट्टा, मियापुर, साइबराबाद, सूर्यापेट और विशाखापत्तनम में दर्ज पांच अलग-अलग एफआईआर के बाद धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की गई है।
ईसीआईआर में नामित लोगों की सूची
अभिनेता व अभिनेत्रियां
राणा दग्गुबाती, प्रकाश राज, विजय देवरकोंडा, मांचू लक्ष्मी, प्रणीता और निधि अग्रवाल
टीवी और मीडिया हस्तियां
अनन्या नागेला, सिरी हनुमंथु, श्रीमुखी, वार्शिनी साउंडराजन, वसंती कृष्णन, शोबा शेट्टी, अमृता चौधरी, नयनी पावनी, नेहा पठान, पांडु, पद्मावती, इमरान खान, विष्णु प्रिया और श्यामला; और हर्षा साई, बय्या सनी यादव, टेस्टीतेजा, रितु चौधरी, बंडारू शेषयानी सुप्रिता, अजय, सनी, सुधीर
यूट्यूब चैनल
लोकल बॉय नानी
किरण गौड़ और सट्टेबाजी प्लेटफार्मों के पीछे प्रबंधन टीमों का भी नाम लिया गया है।
नामित व्यक्तियों को मिला वित्तीय मुआवजा
ईडी के अनुसार इन लोगों को इन ऐप्स का समर्थन करने के लिए बहुत वित्तीय मुआवज़ा मिला। कई कौशल-आधारित खेलों के रूप में तो दिखाए गए, लेकिन कथित तौर पर गुप्त रूप से जुए को बढ़ावा दिया। कुछ प्रचार कथित तौर पर मनोरंजन या सामाजिक सेवा के नाम पर किए गए थे।
लोगों को हुआ भारी नुकसान
इन सभी अभिनेता, कलाकारों के विज्ञापनों से प्रभावित होकर आम जन का भरी नुकसान क्या। इससे लोगों में रोष फैल गया और कुछ लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी। लोगों का दावा था कि उन्हें आर्थिक नुकसान हुआ है। एक शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि इन हस्तियों वाले यूट्यूब विज्ञापनों से प्रभावित होकर उसे ₹3 करोड़ से ज़्यादा का नुकसान हुआ।
नामित व्यक्तियों से होगी पूछताछ
मामले में नामित व्यक्तियों को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। उनमें से कई लोगों ने सार्वजनिक बयान जारी कर कहा कि नैतिक और कानूनी चिंताओं के बारे में पता चलने पर उन्होंने ऐसे सभी विज्ञापन सौदे रद्द कर दिए।