कंगना रनौत हिमाचल प्रदेश के मंडी क्षेत्र की सांसद है। हाल ही में ऑल इंडिया रेडियो के कार्यक्रम आत्मनिर्भर इन रवि पॉडकास्ट’ में इंटरव्यू बताया कि उन्हें राजनीति वैसी नहीं लगी जैसा उन्होंने सोचा था। उन्हें राजनीति में मजा नहीं आ रहा है। उन्होंने बताया कि लोग अक्सर उनके पास निचले स्तर की समस्याएं लेकर आते हैं।
सांझा किया राजनीति का अनुभव
कार्यक्रम में कंगना ने बताया कि जब भी वह कहीं जाती है तो लोग उनके पास बड़ी ही निचले स्तर की शिकायतें लेकर आते हैं। लोग उनसे सड़क बनवाने और नाली साफ करवाने जैसी समाजस्याएं लेकर आते है। वह उन लोगों से कहती है कि ये सभी पंचायत के कार्य है हमारे नहीं, तो लोग इसपर कहते है कि आपके पास पैसे है। आप खुद अपने पैसों का इस्तेमाल करके बनवा दीजिए।
मंडी की वर्तमान स्थिति
मंडी में बादल फटने के कारण स्थिति बहुत खराब है। सड़के बंद होने के कारण कंगना ग्रस्त इलाकों पर समय से नहीं पहुंच पाई थी। बाद में ग्रस्त इलाकों में जाकर कंगना लोगों से मिली और उनकी पूरी सहायता करने की बात की। वह सोशल मीडिया के माध्यम से ग्रस्त इलाकों की तस्वीरें और जानकारी साझा करती रहती हैं।
कंगना की राजनीति की शुरुआत
कंगना रनौत के राजनीतिक करियर की शुरुआत 2024 के लोकसभा चुनाव में जीत के साथ की थी। चुनाव में कंगना ने कांग्रेस प्रतिद्वंदी विक्रमादित्य सिंह को 74,755 मतों के अंतर से हरा था। विक्रमादित्य सिंह पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र है।
प्रधानमंत्री बनने पर कंगना के विचार
पॉडकास्ट में कंगना ने प्रधानमंत्री बनने पर अपने विचार भी सांझा किए। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री बनने के लिए बहुत दरिया की जरूरत होती है। मुझमें न तो उतना ज्यादा धैर्य है और न ही मुझमें प्रधानमंत्री बनने की कोई इच्छा है।’
जनसेवा पर कंगना रनौत की बातचीत
समाजसेवा के लिए कंगना ने कहा कि उनका बैकग्राउंड कभी भी समाजसेवा से जुड़ा हुआ नहीं रहा। वह भी कभी किसी समाजसेवा से नहीं जुड़ी। अब वह समाजसेवा करने की कोशिश कर रही है।
कंगना ने अपने जीवन के बारे में बताया
बातचीत में कंगना ने कहा कि उन्होंने सदा ही एक स्वार्थी जीवन व्यतीत किया है। उनको हमेशा से ही बड़े घर, बड़ी गाड़ी, गहनों का शोख रहा है। अपने अतीत में वे कभी भी किसी भी समाज कल्याण कार्य से नहीं जुड़ी है।