उत्तर प्रदेश

Chhangur Baba की कोठी पर चला बुलडोजर: धर्मांतरण और धोखाधड़ी का हुआ पर्दाफाश

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में धर्मांतरण और सामाजिक शोषण के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है, जिसका मास्टरमाइंड बताया जा रहा है “Chhangur Baba” उर्फ जलालुद्दीन। अवैध धर्मांतरण, विदेशी फंडिंग और जाति आधारित शोषण जैसे गंभीर आरोपों के घेरे में आए छांगुर की अवैध कोठी पर अब प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया है।

Chhangur Baba

ग्रामसभा की जमीन पर बनी कोठी ध्वस्त

प्रशासन की जांच में सामने आया कि बलरामपुर के उतरौला क्षेत्र स्थित मधपुर गांव की सरकारी भूमि (गाटा संख्या 337/370) पर 0.0060 हेक्टेयर क्षेत्र में यह आलीशान कोठी अवैध रूप से बनाई गई थी। तहसील प्रशासन ने पहले ही सात दिन का नोटिस जारी किया था, जिसमें साफ चेतावनी दी गई थी कि अगर तय समय में कब्जा नहीं हटाया गया, तो प्रशासन खुद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करेगा।

पुलिस और तहसील अधिकारियों की मौजूदगी में बुलडोजर चलाकर कोठी को जमींदोज कर दिया गया।

Chhangur Baba के धर्मांतरण का रैकेट और विदेशी फंडिंग

यूपी एटीएस की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि Chhangur Baba गरीब और असहाय लोगों को प्रलोभन देकर उनका धर्मांतरण करवाता था। खासकर हिंदू लड़कियों को निशाना बनाया जाता था। चौंकाने वाली बात यह है कि छांगुर जाति के आधार पर लड़कियों की कीमत तय करता था। आरोप है कि ब्राह्मण और क्षत्रिय लड़कियों के धर्मांतरण के लिए 15 से 16 लाख रुपये तक की कीमत लगाई जाती थी।

इसके लिए उसे विदेशों से 100 करोड़ रुपये से अधिक की फंडिंग मिलने की बात सामने आई है। इसी पैसे से उसने बंगले, शोरूम और लग्जरी गाड़ियों जैसी संपत्तियां खड़ी कीं।

मुंबई से बलरामपुर तक फैलाया जाल

जांच में सामने आया कि Chhangur Baba ने मुंबई के नवीन रोहरा और उनकी पत्नी नीतू को बहलाकर धर्म परिवर्तन कराया।

नीतू को ‘नसरीन’ और नवीन को ‘जमालुद्दीन’ के नाम से पहचाना जाने लगा। दोनों को बलरामपुर लाकर अपने नेटवर्क का हिस्सा बनाया गया।

नवीन को पहले ही 8 अप्रैल को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, नीतू उर्फ नसरीन को हाल ही में बलरामपुर से दबोचा गया।

Chhangur Baba को कोर्ट क्लर्क से मिली साझेदारी

धोखाधड़ी की इस साजिश में न्यायालय के एक लिपिक राजेश उपाध्याय और उनकी पत्नी संगीता का नाम भी सामने आया है। पुणे में हुई 16 करोड़ रुपये की जमीन खरीद में संगीता को भागीदार बनाया गया।

हालांकि राजेश ने इससे इनकार किया है, लेकिन एटीएस ने दोनों को आरोपी बनाया है और जल्द पूछताछ की जाएगी।

प्रशासन की सख्ती

छांगुर की गिरफ्तारी और उसकी कोठी पर बुलडोजर की कार्रवाई से प्रशासन ने यह संकेत दिया है कि अवैध गतिविधियों में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।

बलरामपुर के कोतवाली प्रभारी अवधेश राज सिंह ने बताया कि यह पूरी कार्रवाई एटीएस और अन्य उच्च अधिकारियों के निर्देश पर की गई है।

धर्म के नाम पर फैलाई जा रही इस साजिश की जड़ें जितनी गहरी हैं, प्रशासन और एटीएस अब उतनी ही तेजी से उसे उखाड़ने में जुट गई हैं।

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