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दिल्ली हाईकोर्ट को मिले 6 नए न्यायधीश, मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय ने सभी को दिलाई शपथ!

दिल्ली हाई कोर्ट को एक नई शौगात मिली। दरअसल सोमवार 21 जुलाई को दिल्ली हाई कोर्ट में छह नए न्यायाधीशों ने शपथ ली। 14 जुलाई को इन सभी न्यायाधीशों को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश और केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद विभिन्न उच्च न्यायालयों से स्थानांतरित करने की अधिसूचना जारी की थी। यह कदम न्यायिक प्रक्रिया को बेहतर और अधिक प्रभावशाली बनाने के उद्देश्य से लिया गया। इससे हाईकोर्ट की न्यायिक क्षमता को मजबूती मिलेगी और लंबित मामलों के निपटारे में गति आने की संभावना है

मुख्य न्यायधीश ने दिलाई शपथ

न्यायधीशों की नियुक्ति के लिए हाई कोर्ट में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया जिसमें मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय ने सभी नव-नियुक्त न्यायाधीशों को पद की शपथ दिलाई। शपथ लेने वाले न्यायाधीशों में न्यायमूर्ति वी. कामेश्वर राव, न्यायमूर्ति नितिन वासुदेव साम्ब्रे, न्यायमूर्ति विवेक चौधरी, न्यायमूर्ति अनिल क्षेत्रपाल, न्यायमूर्ति अरुण मोंगा और न्यायमूर्ति ओम प्रकाश शुक्ला शामिल हैं। इन सभी के शपथ ग्रहण के साथ ही उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की संख्या 40 हो गई है। उच्च न्यायालय में स्वीकृत न्यायाधीशों की संख्या 60 है।

कौन है यह 6 न्यायधीश

  1. न्यायमूर्ति वी. कामेश्वर राव का पहले भी दिल्ली हाईकोर्ट में सेवा दे चुके हैं। इनका मई 2024 में कर्नाटक हाईकोर्ट में स्थानांतरण हो गया था जिसके बाद अब वे फिर से दिल्ली हाईकोर्ट लौटे हैं। उन्हें अप्रैल 2013 में दिल्ली हाईकोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश और मार्च 2015 में स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।
  2. न्यायमूर्ति नितिन वासुदेव साम्ब्रे बॉम्बे हाईकोर्ट से आए हैं, इन्हें 2014 में बॉम्बे हाईकोर्ट में न्यायाधीश नियुक्त हुए।
  3. न्यायमूर्ति विवेक चौधरी  इलाहाबाद हाईकोर्ट से आए हैं। वे फरवरी 2017 में वे अतिरिक्त जज और मार्च 2018 में स्थायी जज बने।
  4. न्यायमूर्ति ओम प्रकाश शुक्ला इलाहाबाद हाईकोर्ट से आए हैं ये वे 2022 में अतिरिक्त और 2024 में स्थायी न्यायाधीश बने।
  5. न्यायमूर्ति अनिल क्षेत्रपाल पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट से आए हैं। ये 2014 में सीनियर एडवोकेट बनाए गए थे। 2017 में उन्हें उच्च न्यायालय में अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया।
  6. न्यायमूर्ति अनिल कुमार मोंगा 2018 में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के न्यायाधीश बने थे और नवंबर 2023 में उन्हें राजस्थान हाईकोर्ट स्थानांतरित किया गया था। अब ये दिल्ली हाई कोर्ट में न्यायाधीश के रूप में पदभार संभालेंगे।

इन सभी न्यायधीशों में से केवल न्यायमूर्ति विवेक चौधरी ने हिंदी में शपथ ली बाकी अन्य न्यायधीशों ने अंग्रेजी में शपथ लीं।

कॉलेजियम का पुनर्गठन

इस नियुक्तियों के बाद अब कॉलेजियम का भी पुनर्गठन हुआ है। अब तक इस कॉलेजियम में मुख्य न्यायाधीश उपाध्याय, न्यायमूर्ति विभु बाखरू और न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह शामिल थी लेकिन न्यायमूर्ति बाखरू को कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत होने पर 16 जुलाई को विदाई दी जायेगी जिसके चलते शपथ ग्रहण समारोह के बाद कॉलेजियम में अब मुख्य न्यायाधीश उपाध्याय और न्यायमूर्ति राव तथा न्यायमूर्ति साम्ब्रे शामिल होंगे क्योंकि वे न्यायमूर्ति सिंह से वरिष्ठ हैं।

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