दिल्ली विश्वविद्यालय से एक छात्रा की आत्महत्या की खबर आ रही है। छात्रा छ: दिनों से लापता थी। छ: दिनों बाद पुलिस को उसकी लाश मिली। सिगनेचर ब्रिज से कूदकर छात्रा ने आत्महत्या की।
छात्रा का परिचय
मरने वाली छात्रा का नाम स्नेहा देबनाथ है। वह दक्षिण त्रिपुरा जिले के सबरूम की रहने वाली थी। उसकी उम्र 19 वर्ष थी। स्नेहा दिल्ली विश्वविद्यालय के आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज में गणित में बी.ए. की पढ़ाई कर रही थी। वह दिल्ली के पर्यावरण कॉम्प्लेक्स में रहती थी।
उनके पिता का नाम प्रीतिश देबनाथ है।, प्रीतिश सूबेदार मेजर (मानद) लेफ्टिनेंट हैं। वह क्रोनिक किडनी फेल्योर से जूझ रहे हैं और वर्तमान में डायलिसिस पर हैं। उसका पता लगाने के लिए, परिवार ने जनता से कोई भी सुराग इकट्ठा करने के लिए एक ऑनलाइन डैशबोर्ड लॉन्च किया था।
छ: दिनों से लापता थी छात्रा
छात्रा छ: दिनों से लापता थी। 7 जुलाई को सुबह 5:56 बजे उसकी अपनी माँ के साथ फोन पर आखिरी बात हुई थी। स्नेहा ने क्या कि वह अपनी सहेली पिटुनिया को छोड़ने सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन जा रही है। माँ ने फिर 8:45 बजे फो ए किया और तभी से उसका फोन स्विच ऑफ आ रहा है।
उसकी सहेली से बात करने पर पता चला कि स्नेहा तो उस दिन उससे मिली ही नहीं। पुलिस को सूचना मिली और पुलिस ने उसकी खोज शुरू की। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और स्थानीय पुलिस ने उसकी खोज में मुहीम भी चलाई थी। छ: दिनों बाद उसकी लाश मिली और पुलिस ने मौत की पुष्टि की।
सिगनेचर ब्रिज से कूदकर की आत्महत्या
छात्रा की अंतिम लोकेशन सिगनेचर ब्रिज आ रही थी। स्नेहा ने सिगनेचर ब्रिज से कूदकर आत्महत्या की। कैब से वह वह पहुंची थी। पुलिस ने बताया कि कैब ड्राइव ने पुष्टि की है कि उसने स्नेहा को सिगनेचर ब्रिज पर उतारा था।
सिगनेचर ब्रिज ऐसे हादसों के लिए प्रसिद्ध है। इसके बावजूद भी वह कैमरे नहीं है। कुछ लोगों ने भी पुष्टि की है कि उन्होंने इसी ही एक लड़की को सिगनेचर ब्रिज पर देखा था।
गीता कॉलोनी फ्लाईओवर के पास मिली लाश
रविवार को गीता कॉलोनी फ्लाईओवर के पास, सिगनेचर ब्रिज से करीब 10 किलोमीटर दूर यमुना नदी में स्नेहा की लाश मिली थी। परिवार ने भी लाश को पहचान कर पुष्टि की।
मरने से पहले लिखा था डेथ नोट
मरने से पहले छात्रा ने एक डेथ नोट लिखा था। डेथ नोट उसके कमरे से मिला है। नोट में छात्रा ने लिखा “मैं खुद को बोझ महसूस करने लगी है। मैं इस तरह से नहीं जीना चाहती।”
डेथ नोट में ही छात्रा ने बता दिया था कि उसने सिगनेचर ब्रिज से कूद कर अपनी जान देने का फैसला किया है।
आत्महत्या से करीब एक महीना पहले उसने अपने करीबी दोस्तों को अपने हालत के बारे में संदेश लिखा था। उन्होंने 7 जुलाई की सुबह को ईमेल और एसएमएस के जरिए संदेश मिलने की पुष्टि की।