
Henley Passport Index ने दुनिया के सबसे ताकतवर पासपोर्ट की नई रैंकिंग जारी कर दी है। इस वर्ष की रैंकिंग में कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं। इस रैंकिंग में अलग-अलग देशों के पासपोर्ट की ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जाता है कि वहां के नागरिक कितने देशों में बिना वीजा प्रवेश कर सकते हैं। इस साल की रैंकिंग में भारत को फायदा हुआ है। भारत ने आठ स्थानों की छलांग लगाई है।
क्या रही भारत की रैंकिंग
भारत हेनले पासपोर्ट सूचकांक 2025 में लंबी छलांग लगाई है। भारत इस बार कई देशों को पीछे छोड़ 77वे स्थान पर पहुंच गया है। पिछले वर्ष भारत इसमें 85वें स्थान पर था लेकिन 2025 में भारत ने 8 स्थान की बढ़त बनाई और 77वे स्थान पर पहुंचा। यह पिछले 6 महीनों में किसी भी देश की सबसे बड़ी छलांग है। इसका सीधा मतलब है कि अब भारतीय पासपोर्ट धारकों को वीजा-मुक्त प्रवेश की अनुमति देने वाले देशों की संख्या बढ़ाकर 59 हो गई है। पासपोर्ट देश की सरकार द्वारा जारी किया गया एक दस्तावेज है जो उस देश के व्यक्ति को विदेश यात्रा करने की अनुमति देता है।
क्या है हेनले पासपोर्ट इंडेक्स
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 199 वैश्विक पासपोर्टों (227 यात्रा स्थलों को कवर करता है) को उन स्थलों की संख्या के आधार पर रैंक करता है, जहाँ इनके धारक बिना वीज़ा के यात्रा कर सकते हैं, इसके आँकड़े अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (IATA) से प्राप्त होते हैं।
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स पर किस देश के पासपोर्ट आए टॉप 5 में
इस इंडेक्स में सिंगापुर ने एक बार फिर बाज़ी मार ली है। सिंगापुर ने इस बार भी अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है। इस देश के नागरिक अब 227 में से 193 देशों में बिना वीज़ा जा सकते हैं। जापान और दक्षिण कोरिया 190 देशों की वीज़ा-मुक्त पहुंच के साथ दूसरे स्थान पर हैं। वही फ्रांस, जर्मनी, इटली सहित सात यूरोपीय देश तीसरे स्थान पर हैं। न्यूजीलैंड, ग्रीस और स्विट्ज़रलैंड पांचवें स्थान पर हैं। हालांकि यूके अब छठे और यूएस 10वें स्थान पर खिसक गया है। इस इंडेक्स में सबसे कमज़ोर पासपोर्ट अफ़ग़ानिस्तान का है। यह केवल 25 देशों में वीज़ा-मुक्त यात्रा की अनुमति देता है।