Jammu and Kashmir में जारी Amarnath Yatra के दौरान एक बार फिर हादसा सामने आया है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बालटाल की ओर बढ़ रही तीर्थयात्रियों की कई बसों के आपस में टकराने से करीब 10 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए हैं। यह हादसा कुलगाम ज़िले के खुदवानी इलाके में टैचलू क्रॉसिंग के पास हुआ, जब एक ही काफिले में शामिल बसें आपस में टकरा गईं।
दुर्घटना होते ही स्थानीय प्रशासन और कुलगाम पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। राहत और बचाव कार्य में तेजी लाते हुए घायलों को तुरंत पास के अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया। वहीं, कुछ गंभीर रूप से घायल श्रद्धालुओं को बेहतर इलाज के लिए अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज (GMC) रेफर कर दिया गया है। प्रशासन की ओर से बताया गया है कि घायलों में किसी की हालत चिंताजनक नहीं है और ज़्यादातर को मामूली चोटें आई हैं।
हादसे के चलते कई बसों के अगले हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए और खिड़कियों के शीशे टूट गए। राहत की बात यह रही कि समय पर घायलों को अस्पताल पहुंचा दिया गया और बाकी यात्रियों को सुरक्षित अन्य बसों में शिफ्ट कर दिया गया। पुलिस ने दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है, वहीं यात्रा मार्ग पर ट्रैफिक को फिर से नियंत्रित कर दिया गया है।
यह हादसा अमरनाथ यात्रा के दौरान हुआ दूसरा बड़ा हादसा है। इससे पहले 5 जुलाई को भी यात्रा के दूसरे दिन जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर तीन बसें आपस में टकरा गई थीं, जिसमें 36 श्रद्धालु घायल हो गए थे। उस समय बस के ब्रेक फेल होने की वजह से यह टक्कर हुई थी।
Amarnath Yatra की सुरक्षा पर विशेष जोर
इस वर्ष Amarnath Yatra की शुरुआत 3 जुलाई को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा की गई थी। यात्रा को लेकर इस बार सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त है। विशेष रूप से 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी, के बाद से सुरक्षा एजेंसियां कोई भी चूक नहीं करना चाहतीं। इसीलिए पूरे यात्रा मार्ग पर रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टैग लगाए गए हैं और श्रद्धालुओं को इन टैग्स के साथ यात्रा करनी अनिवार्य की गई है।
जम्मू में 34 रिहायशी शिविर बनाए गए हैं और सुरक्षाबलों की ओर से पूरे रूट पर निगरानी की जा रही है। ड्रोन कैमरों से भी संवेदनशील स्थानों पर निगरानी की जा रही है।
अब तक 1.83 लाख से अधिक श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन
यात्रा को शुरू हुए अब तक लगभग 10 दिन हो चुके हैं और आंकड़ों के अनुसार, 1.83 लाख से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने पवित्र अमरनाथ गुफा में हिम शिवलिंग के दर्शन कर लिए हैं। रविवार को ही करीब 19,020 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
प्रशासन श्रद्धालुओं से लगातार अपील कर रहा है कि वे यात्रा के दौरान सभी नियमों और निर्देशों का पालन करें ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके। सुरक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य सुविधा और ट्रैफिक प्रबंधन को लेकर लगातार समीक्षा बैठकें भी की जा रही हैं ताकि यात्रा सुचारु और सुरक्षित बनी रहे।
इस दुर्घटना ने एक बार फिर यात्रा मार्ग की ट्रैफिक व्यवस्था और बसों की तकनीकी जांच की जरूरत को उजागर कर दिया है। प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
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