जान लीजिए गणेश चतुर्थी पर क्या है भगवान श्री गणेश की मूर्ति स्थापना का सही मुहूर्त और पूजन विधि!

देशभर में आज गणेश चतुर्थी का महोत्सव मनाया जा रहा है। दुनियाभर में मौजूद भक्त साल भर इस महोत्सव का बेसब्री से इंतेज़ार करते है। 10 दिन तक चलने वाला यह महापर्व 27 अगस्त को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्षी की चतुर्थी पर विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश की मूर्ति स्थापना से शुरू होकर 6 सितंबर को अनंत चतुर्दशी पर मूर्ति विसर्जन के साथ समाप्त होता है। इस पर्व पर भगवान श्री गणेश के सभी भक्त उन्हें अपने घर लाते है और पूरी श्रद्धा और विधि-विधान से 10 दिन तक उनकी पूजा और सेवा करते है। आइए जानते हैं भगवान श्री गणेश की मूर्ति स्थापना और पूजा मुहूर्त और विधि के बारे में।
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क्या है मूर्ति स्थापना का सही मुहूर्त ?
हिंदू पंचांग के अनुसार भगवान श्री गणेश की मूर्ति स्थापन का सही मुहूर्त 27 अगस्त सुबह 11 बजकर 01 मिनट से शुरू होकर दोपहर को 1 बजकर 40 मिनट तक रहेगा। हालांकि अलग-अलग शहरों के अनुसार भगवान गणेश की मूर्ति स्थापना के मुहूर्त में 2-4 मिनट का अंतर आ सकता है लेकिन ज्यादातर शहरों के हिसाब से यही मुहूर्त उचित है।
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कैसे करे मूर्ति स्थापना और पूजा
- सबसे पहले घर के पूजा स्थान को अच्छे से साफ करें और उसे फूल, रंगोली व सजावटी वस्तुओं से सजा ले।
- अपने घर के उत्तर भाग या पूर्वोत्तर भाग में एक चौकी रखकर उस पर लाल या पीला वस्त्र बिछाएं।
- अब शुभ मुहूर्त में भगवान श्री गणेश की प्रतिमा को चौकी पर स्थापित करे और दक्षिण पूर्व में घी का दीपक जलाएं।
- इसके बाद पूजा शुरू करते समय हाथ में जल, अक्षत और फूल लेकर व्रत व पूजा का संकल्प करें।
- ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का जाप करते हुए गणपति बाप्पा का आह्वान करें।
- भगवान की प्रतिमा को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर) से स्नान कराएं।
- इसके बाद उन्हें नए वस्त्र, पुष्प और आभूषण पहनाएं।
- श्री गणेश को पांच फल और मोदक या लड्डू का भोग चढ़ाएं। इसके साथ ही उन्हें दूर्वा घास, लाल फूल और सिंदूर भी अर्पित करें।
- अंत में पूरे परिवार के साथ भगवान श्री गणेश की आरती करें और प्रसाद का वितरण करें।