कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एक रैली में शामिल होने छत्तीसगढ़ पहुंचे थे। अपनी रैली में उन्होंने भाजपा को निशाना बनाते हुए कुछ ऐसा कह दिया जिसके बाद वो भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए।
क्या है पूरा मामला
दरअसल खड़गे ने इस रैली के दौरान एक बयान में राष्ट्रपति मुर्मू और पूर्व राष्ट्रपति कोविंद के नामों का गलत उच्चारण किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा हमेशा द्रौपदी मुर्मू और राम नाथ कोविंद को देश का राष्ट्रपति बनाने की बात करती है, लेकिन क्या पार्टी ने यह सब हमारी संपत्ति, जंगल, जल और जमीन छीनने के लिए किया है?”
उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का नाम लिया, लेकिन उन्हें मुर्मू की जगह ‘मुर्मा’ कह दिया और राम नाथ कोविंद को ‘कोविड’ कहने की गलती करती कर दी। 82 वर्ष के कांग्रेस अध्यक्ष पर उनकी ये गलती भारी पड़ गई जिससे बाद वो भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए। उनके इस बयान को भाजपा दलित विरोधी बता रही है।
अमित शाह पर साधा निशाना
उन्होंने अपनी रैली में अमित शाह पर भी निशाना साधा। खड़गे ने कहा कि अमित शाह बार-बार छत्तीसगढ़ क्यों आते हैं? क्या यहां उनका घर है ? क्या यहां उनका ससुराल है ? इन दोनों बातों पर भाजपा नेता ने उनकी निंदा की है और राष्ट्रपति से सार्वजनिक माफी की मांग ही।
दलित विरोधी मानसिकता रखती है कांग्रेस
वही खड़गे के इस बयान के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के इशारे पर रिमोट कंट्रोल वाले खड़गे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी और पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद जी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि यह कांग्रेस के डीएनए में मौजूद दलित विरोधी,आदिवासी विरोधी, महिला विरोधी और संविधान विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।
भाटिया ने कहा कि खड़गे सिर्फ बड़ी बातें करते हैं। वो रामनाथ कोविंद जी को ‘कोविड’ और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी को ‘मुर्माजी’ कहते हैं और फिर उन्हें भू-माफिया कहते हैं। फिर आरोप लगाते हैं कि वह संपत्ति, जंगल छीनने के लिए राष्ट्रपति बनी हैं।”
भाटिया ने की माफी की मांग
गौरव भाटिया ने मल्लिकार्जुन खड़गे से राष्ट्रपति के खिलाफ की गईं टिप्पणियों के लिए माफी मांगें। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने न सिर्फ राष्ट्रपति का अपमान किया, बल्कि उनकी इन टिप्पणियों और बयानों से आदिवासी और दलित समुदाय के लोगों को भी काफी ठेस पहुंचाई है। गौरव भाटिया का कहना है कि अगर कांग्रेस और मल्लिकार्जुन खड़गे माफी नहीं मांगते हैं तो वह देखेंगे कि कैसे देश का हर नागरिक अपना गुस्सा जाहिर करेगा। गौरव ने चेतावनी देते हुए कहा कि यह गलती कांग्रेस को महंगी पड़ेगी।
वही भाजपा नेताओं ने भी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को दलित और आदिवासी विरोधी बताते हुए जमकर निशाना साधा है। भाजपा नेताओं ने खड़गे के इस बयान को न केवल देश के सर्वोच्च संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्तियों का अपमान बताया है, बल्कि पूरे दलित और आदिवासी समुदाय का भी अपमान बताया है।
ऐसे में देखना ये होगा कि क्या क्या खड़गे अपनी कही हुई बात के लिए क्षमा मांगेंगे? या फिर खड़गे कि कही हुई बाते उन्हीं पर भारी पड़ेंगी।
फिलहाल खड़गे के इस बयान पर न तो राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपनी कोई प्रतिक्रिया दी है न ही मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने इस बयान पर कोई सफाई दी है।