ओडिशा से एक छात्रा के खुद को आग लगाने की खबर आई है। खबर ओडिशा के बालासोर के नगर की है। नगर के नुआपढ़ी इलाके में स्थित फकीर मोहन कॉलेज की छात्रा ने खुद को आग के हवाले कर दिया। पीड़िता कॉलेज के इंटीग्रेटेड बी.एड. द्वितीय वर्ष की छात्रा थी।घटना शनिवार की है। छात्र विभागाध्यक्ष द्वारा यौन व मानसिक उत्पीड़न की शिकार थी। छात्रा ने शिकायत पर कोई कार्यवाही न होने की वजह से यह कदम उठाया।
उसे बचाने की कोशिश में एक छात्र को भी कई चोटें आईं। दोनों को बालासोर के जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया। उन्नत इलाज के लिए छात्र को अस्पताल से एम्स भुवनेश्वर रेफर किया गया।
छात्रा भुवनेश्वर एम्स में दाखिल, हालत बहुत गंभीर
शरीर का लगभग 95% हिस्सा बुरी तरह जल चुका है। एम्स, भुवनेश्वर के कार्यकारी निदेशक डॉ. आशुतोष बिस्वास के अनुसार, छात्र के गुर्दे और फेफड़े भी प्रभावित हुए हैं और हालत भी बहुत ज्यादा गंभीर है।
छात्रा क्रिटिकल केयर सपोर्ट पर हैं। उनके चेहरे के कुछ हिस्से के अलावा उसका पूरा शरीर जल गया है। डॉ. बिस्वास ने रविवार को एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि अगले 48 घंटे बेहद अहम हैं। हम अभी कुछ भी निश्चित नहीं कह सकते।”
उसका ख्याल रखने के लिए एम्स में आठ सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया है। समिति में एनेस्थीसिया, पल्मोनरी मेडिसिन, प्लास्टिक सर्जरी, नेफ्रोलॉजी और अन्य महत्वपूर्ण विभागों के डॉक्टर चौबीसों घंटे ड्यूटी पर रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने लिया मामले का संज्ञान
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मुकेश महालिंग ने पुष्टि की ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी रविवार को छात्रा से मिलने आएंगे। महालिंग ने भी इससे पहले पीड़िता के परिवार से मुलाकात की थी।
दर्ज की थी शिकायत नहीं हुई कोई कार्यवाही
छात्रा ने 30 जून को शिक्षक और विभागाध्यक्ष समीर कुमार साहू के खिलाफ यौन और मानसिक उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी। छात्रा कार्रवाई की मांग को लेकर एक हफ्ते से कैंपस में धरना दे रही थी। शनिवार दोपहर छात्रा कॉलेज के प्रिंसिपल दिलीप घोष से मिली थी। उसने मुलाकात के बाद कथित तौर पर कॉलेज परिसर में ही खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली।
आरोपी पुलिस की हिरासत में और प्रिंसिपल निलंबित
घटना के बाद, बालासोर पुलिस द्वारा आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी अभी सहदेवखुंटा पुलिस स्टेशन में हिरासत में है। एसपी राज प्रसाद के नेतृत्व में एक वैज्ञानिक टीम मौके पर मामले की जाँच कर रही है।
ओडिशा उच्च शिक्षा विभाग ने छात्र की शिकायत पर उचित कार्रवाई न करने पर प्रिंसिपल दिलीप घोष को निलंबित कर दिया है। प्रिंसिपल ने दावा किया कि आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) की जाँच चल रही है और उन्होंने परेशान छात्र को परामर्श देने का प्रयास किया था।
कॉलेज परिसर में आक्रोश
इस घटना की वजह से पूरे कॉलेज परिसर में और आम जनता आक्रोश भर गया है। सभी छात्र और लोग मामले पर जल्द से जल्द कार्यवाही की मांग कर रहे हैं।