Aam Aadmi Party: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के 27,000 प्राथमिक विद्यालयों को आसपास के अन्य स्कूलों में मर्ज करने के निर्णय के खिलाफ आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने मोर्चा खोल दिया है। मेरठ में पार्टी कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी के नेतृत्व में कमिश्नरी पार्क से लेकर जिलाधिकारी कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला और राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन भी सौंपा।
पार्टी (Aam Aadmi Party) ने सरकार के 16 जून 2025 को जारी उस आदेश को वापस लेने की मांग की है, जिसमें इन स्कूलों को मिलाने की बात कही गई है। अंकुश चौधरी का कहना है कि यह निर्णय गरीब और समाज के वंचित तबके के बच्चों की शिक्षा पर नकारात्मक असर डालेगा।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने एक ओर 2024 में 27,308 नई शराब की दुकानों को लाइसेंस दिया, जबकि दूसरी ओर शिक्षा के क्षेत्र में सुविधाएं घटाई जा रही हैं। इसके साथ ही, उन्होंने मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता को भी सवालों के घेरे में बताया।
चौधरी ने इस फैसले को शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के खिलाफ बताया, जिसमें प्रत्येक बच्चे के लिए 1 किलोमीटर के भीतर स्कूल होना अनिवार्य किया गया है।
“मधुशाला नही, पाठशाला चाहिये”
BJP सरकार द्वारा यूपी में 27 हज़ार सरकारी स्कूल बंद किए जाने के फ़ैसले के ख़िलाफ़ आज सिद्धार्थ नगर में बौद्ध प्रांत अध्यक्ष इमरान लतीफ जी की उपस्थिति एवं जिलाध्यक्ष जलाल चौधरी जी के नेतृत्व में AAP कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन कर महामहिम… pic.twitter.com/eY0kR4XiWR
— Aam Aadmi Party- Uttar Pradesh (@AAPUttarPradesh) July 2, 2025
Aam Aadmi Party ने चेतावनी दी है कि यदि यह आदेश वापस नहीं लिया गया, तो पार्टी प्रदेशभर के गाँवों और जिलों में आंदोलन करेगी। साथ ही, उन्होंने प्राथमिक स्कूलों में आधारभूत सुविधाओं को बेहतर बनाने की भी मांग रखी है।