उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी ज़िले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक किशोरी को मृत मान लिया गया था, लेकिन चार महीने बाद वह इंस्टाग्राम पर जीवित नज़र आई।
यह घटना कोखराज थाना क्षेत्र की है। 20 मार्च 2025 को एक महिला ने अपनी 16 वर्षीय बेटी रेखा के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि विष्णु नामक युवक उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर ले गया है। लेकिन इसी से दो दिन पहले, 18 मार्च को भरवारी और विदनपुर रेलवे स्टेशन के बीच एक अज्ञात युवती का शव मिला था।
पहचान न हो पाने के कारण 72 घंटे बाद शव का पोस्टमार्टम हुआ और उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। बाद में, रेखा के परिवार ने उस शव को अपनी बेटी का मानते हुए पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए। इसके बाद डीएनए जांच के लिए परिवार और शव के नमूने भेजे गए।
मामले में नया मोड़ तब आया जब 20 मई को रेखा ने अपने भाई से इंस्टाग्राम पर वीडियो कॉल की। साइबर सेल ने उसकी लोकेशन ट्रेस की और आखिरकार 29 जून को उसे शहजादपुर थाना क्षेत्र के टेड़ीमोड़ से बरामद कर लिया गया।
एसपी राजेश कुमार ने बताया कि रेखा से पूछताछ की जा रही है और मामले में आगे की कानूनी प्रक्रिया चल रही है। अच्छी बात यह रही कि इस घटनाक्रम से एक निर्दोष युवक हत्या के झूठे आरोप से बच गया।