उत्तर प्रदेश से भयानक, दिल को दहलने वाली खबर आई है। खबर रामपुर की है। रामपुर में एक मोटरसाइकिल सवार की कंटेंट लगने से मौत हो गई। मृतक की पत्नी का हाथ झुलस गया।
पति-पत्नी अपने किसी रिश्तेदार से मिलने अस्पताल जा रहे थे। रास्त में ही हादसा हो गया। हादसे में पुरुष की मौत हो गई और महिला की हालत गंभीर हो गई।
मोटरसाइकिल पर सवार पति-पत्नी
मोटरसाइकिल पर पति-पत्नी, जो हादसे का शिकार हुए डूंगरपुर गाँव के निवासी थे। पुरुष का नाम रामचंद्र व उम्र 42 वर्षीय थी। महिला रामचंद्र की पत्नी थी और उसका नाम आशा था।
हादसे का कारण
एक पतंग की डोर हाइपरटेंशन बिजली लाइन में उलझ गई थी। पतंग की डोर को मजबूत बनाने के लिए उसमें लोहे की पतली तार डाली हुई थी। जब पतंग की तार हाइपरटेंशन लाइन में उलझी तब उसमें भी करेंट आ गया और हादसा हुआ।
हादसे का पूरा विवरण
हादसा रामपुर के गंज थाना क्षेत्र का है। शुक्रवार को पति-पत्नी मोटरसाइकिल पर बैठकर अपने किसी बीमार रिश्तेदार से मिलने जौहर अस्पताल जा रहे थे। रास्ते में जीआरपीजी कॉलेज के पार से गुजरते वक्त रामचंद्र की नजर एक लटक रही पतंग की डोर पर पड़ी। रामचंद्र ने डोर को हटाने की कोशिश की और डोर के चिपक गया। पति को बचाने की कोशिश में आशा को भी करंट लग गया। वहां पर मौजूद लोगों ने लाठी, डंडे लेकर उनको बचाने की कोशिश की। रामचंद्र बेहोश हो गया था और आशा का हाथ झुलस गया था।
उन्हें जिला अस्पताल में लेजाया गया। अस्पताल में डॉक्टर ने रामचंद्र को मृत घोषित कर दिया और आशा के हाथ का इलाज चल रहा है। बिजलीविभाग के टीम ने आकर पतंग की डोर को हटा दिया है।
हादसे पर लोगों की प्रतिक्रिया
लोगों का कहना है कि हादसे का कारण पतंग उड़ाने वालों की लापरवाही है। पतंगबाज़ लोग पतंग की डोर डोर में अलग अलग चीज़ें लगते हैं। कभी कांच का मंझा तो कभी किसी और चीज का। हादसे वाली पतंग की डोर में लोहे की पतली तार थी।
लोगों में हादसे को लेकर आक्रोश है। लोगों ने कहा है कि लापरवाह पतंगबाज़ों के खिलाफ सख्ती बरतनी चाहिए। प्रशासन से इसपर रोक लगाने की भी मांग की।