Sambhal उत्तर प्रदेश के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन आयुक्त और संभल जिलाधिकारी के निर्देश पर 3 जुलाई 2025 को खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने व्यापक छापेमारी अभियान चलाया। इस दौरान गवां क्षेत्र में एक मकान के बाहर खड़े वाहन से 120 किलोग्राम पनीर बरामद किया गया, जिसे स्थानीय होटल और दुकानों में सप्लाई किया जाना था।
पनीर की गुणवत्ता संदिग्ध लगने पर अधिकारियों ने मौके पर नमूना लेकर जांच के लिए भेजा। वाहन में मौजूद खाद्य कारोबारी विमल कुमार कोई वैध बिल या खरीद दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके। जानकारी के अनुसार यह पनीर बुलंदशहर के डिबाई क्षेत्र से लाया गया था और ₹220 प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा था। कारोबारी के पास खाद्य लाइसेंस भी नहीं मिला।
प्राथमिक जांच में पनीर का स्वाद और गुणवत्ता मानकों पर खरा नहीं उतरने पर शेष 119 किलो पनीर (अनुमानित मूल्य ₹26,180) को नष्ट कर दिया गया।
इसी अभियान के अंतर्गत टीम ने तहसील संभल स्थित दो पनीर निर्माण इकाइयों — दीपक लक्ष्मी डेरी (ग्राम भदरौला) और बाबूराम पनीर इकाई (ग्राम सलखना) का भी निरीक्षण कर सैंपल एकत्र किए। इन नमूनों की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।
#Sambhal में नकली पनीर पर बड़ी कार्रवाई!
119 किलो मिलावटी पनीर किया गया नष्ट
बिना लाइसेंस, बिना बिल के बेच रहे थे कारोबारी
डिबाई (बुलंदशहर) से लाया गया था पनीर
दो पनीर इकाइयों से लिए गए नमूने
15 कारोबारियों पर ₹5 लाख जुर्माना
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इससे पहले, जून माह में मिलावटी खाद्य सामग्री बेचने पर एडीएम न्यायालय द्वारा 15 खाद्य कारोबारियों पर कुल ₹5 लाख का जुर्माना भी लगाया गया था।
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