उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बदल फटने आई बाढ़, हर तरफ मची तबाही।
उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में बदल फटने से आई बाढ़। मलबे में बहे मकान और दुकान। सेना के जवानों समेत कई लोग हुए लापता। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राहत और बचाव कार्यों की कि समीक्षा

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मंगलवार 5 अगस्त को बादल फटने से तबाही मच गई। धराली क्षेत्र में बादल फटने के कारण बाढ़ और मलबे का सैलाब आ गया जिसने पूरे क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया। हर्षिल के पास इस आपदा से भारी नुकसान हुआ जिससे सेना का कैंप भी प्रभावित हुआ और कई लोग लापता हुए। इस आपदा से जुड़ी कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही। वीडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे लोग बाढ़ की चपेट आने से बचने के लिए जान बचा कर भाग रहे। मौसम विभाग ने 10 अगस्त तक उत्तराखंड में भारी बारिश की चेतावनी भी दी है
क्या है पूरी घटना
धराली गांव और सुखी क्षेत्र उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित एक छोटा पहाड़ी गांव है। यह गांव भागीरथी नदी के किनारे, हर्षिल घाटी के पास बसा हुआ है। यहां पिछले दो दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही जिसके चलते मंगलवार दोपहर करीब पौने 2 बजे यहां बादल फटा जिसने सिर्फ 34 सेकेंड में सब कुछ तबाह कर दिया। बादल फटने से खीरगंगा नदी में बाढ़ आ गई और भूस्खलन हुआ जिससे इस आपदा ने और भी विनाशकारी रूप ले लिया। बाढ़ के पानी और मलबे का बहाव इतना तेज था कि इसने कई मकान, दुकानें, वाहन, होटल और कल्प केदार मंदिर को भी नुकसान पहुंचाया। अब SDRF, NDRF और भारतीय सेना की टीमें मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव अभियान चला रही हैं। इसके साथ ही विशेष चिकित्सा टीम भी धराली पहुंची है। इस टीम में सर्जन, एनेस्थेटिस्ट, फिजीशियन और हड्डी रोग विशेषज्ञ शामिल हैं जो घायलों का उपचार करेंगे।
सेना के जवानों समेत कई लोग लापता
इस आपदा में हर्षिल के निचले इलाके में स्थित एक शिविर से भारतीय सेना के 11 जवान लापता हैं। इसके बावजूद, सेना के जवान राहत और बचाव कार्यों में पूरी ताकत से लगे हुए है। सेना अब तक 130 से ज्यादा लोगों को बचा चुकी है जबकि इस आपदा में 5 लोगों के मरने की खबर है। यह संख्या ज्यादा भी हो सकती है। इस हादसे में अब तक 50 से ज्यादा लोग लापता है।
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मुख्यमंत्री ने की राहत कार्यों की समीक्षा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धराली क्षेत्र का हवाई दौरा किया और धराली गांव में चल रहे बचाव और राहत कार्यों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की। मुख्यमंत्री ने बताया कि भारतीय सेना, ITBP, SDRF, NDRF और स्थानीय लोगों सहित हमारी सभी एजेंसियां बचाव कार्य में लगी हुई हैं। सड़कें और एक पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण घटनास्थल तक पहुँचना मुश्किल हो गया है। देहरादून स्थित आपदा संचालन केंद्र हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए 24 घंटे काम कर रहा है। सभी को सुरक्षित निकालने के लिए प्रयास लगातार जारी है।
प्रधानमंत्री ने कि मुख्यमंत्री से बात
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से हुई बात की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने X अकाउंट पर लिखा उत्तरकाशी के धराली में हुई इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी से बात कर मैंने हालात की जानकारी ली है। राज्य सरकार की निगरानी में राहत और बचाव की टीमें हरसंभव प्रयास में जुटी हैं’।