एलन मस्क और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच जुबानी जंग एक बार फिर शुरू हो गई है। मस्क और ट्रंप की दोस्ती जितनी चर्चा में रहती थी उससे ज्यादा इन दोनों के टकराव के चर्चे हो रहे है। ट्रंप और मस्क के बीच संबंध इतने बिगड़ गए हैं कि एलन मस्क ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है। मस्क ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी का नाम ‘अमेरिका पार्टी’ रखा है। मस्क ने दावा किया है कि उनकी यह पार्टी अमेरिका के उन 80 फीसदी मध्यम वर्ग के लोगों की आवाज बनेगी जो ना रिपब्लिकन हैं और ना डेमोक्रेट। मस्क द्वारा नई राजनीतिक पार्टी अमेरिका पार्टी के गठन की घोषणा के बाद, ट्रम्प ने मस्क के इस कदम का मजाक उड़ाया और इसे हास्यास्पद बताया। वही मस्क का कहना है कि उनकी पार्टी अमेरिका के दो-दलीय सिस्टम से जनता को राहत देगी। मस्क इस बात का भी दावा किया है कि कई रिपब्लिकन नेता उनकी पार्टी से जुड़ेंगे। हालांकि, ट्रम्प ने मस्क के इस कदम पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे महज एक सियासी हमला माना है।
एलन मस्क ने जैसे ही अपनी नई पार्टी की घोषणा की तबसे सबसे बड़ा सवाल यही खड़ा हो गया कि, क्या एलन मस्क खुद राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ सकते हैं या नहीं ? दरअसल अमेरिका में राष्ट्रपति बनना इतना आसान नहीं है हर देश की तरह राष्ट्रपति बनने के लिए अमेरिका में कुछ नियम और कानून है। अमेरिकी संविधान के अनुसार, किसी भी व्यक्ति को अमेरिका में राष्ट्रपति बनने के लिए जन्म से अमेरिका का नागरिक होना चाहिए,उसकी उम्र कम से कम 35 वर्ष होनी चाहिए इसके साथ ही उस उम्मीदवार का अमेरिका में कम से कम 14 साल से रहना भी जरूरी है। लेकिन मस्क दक्षिण अफ़्रीका में पैदा हुए थे इस कारण वे अमेरिकी राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ सकते। लेकिन एलन मस्क हार मानने वालों में से कहा है। फिलहाल मस्क अपने उम्मीदवारों को चुनाव में उतारने की योजना बना रहे है।
आख़िर करना क्या चाहते हैं मस्क?
एलन मस्क खुद को अमेरिका में खुदको एक किंगमेकर की भूमिका में देखते रहे हैं। मस्क कई बार यह कह भी चुके हैं कि अगर वो समर्थन नहीं करते तो डोनाल्ड ट्रंप कभी राष्ट्रपति नहीं बन पाते। अब ट्रंप और मस्क के रिश्ते जब बिगड़ने लगे है तो कहीं ना कहीं उनके मन में यह भावना जरूर हैं कि वो किस तरह से ट्रंप को सबक सिखाएं। ऐसा कहा जा रहा है कि मस्क ये सब ट्रंप को सबक सिखाने के लिए कर रहे है। इसके अलावा चर्चा ये भी है कि मस्क 2026 के मिडटर्म इलेक्शन में नई पार्टी के उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतार सकते हैं। इसके साथ ही मस्क 2028 में भी किसी ऐसे नेता को राष्ट्रपति पद के लिए मैदान में उतार सकते हैं जो अमेरिका में जन्म हो क्योंकि मस्क खुद राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ सकते। हालांकि मस्क खुद अमेरिका पार्टी के पार्टी प्रमुख के पद पर नजर आ सकते हैं।
कैसे हुआ विवाद
दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क के बीच विवाद की सबसे बड़ी वजह ‘बिग, ब्यूटीफुल बिल’ को बताया जा रहा है। बिग ब्यूटीफुल बिल हाल ही में अमेरिकी संसद में पास हो चुका है। एलन मस्क ने इस बिल की निंदा की थी और इसे देश को दिवालिया करने वाला बताया था। जिसके जवाब में ट्रंप ने मस्क की कंपनियों जैसे टेस्ला, स्पेसएक्सकी सब्सिडी बंद करने और उन्हें देश से निकालने तक की धमकी दी थी। अब देखना ये होगा कि ट्रंप और मस्क की ये दुश्मनी कहा तक जाती है और कब तक चलती। इसके साथ ही ये देखना भी दिलचस्प होगा कि मस्क किस तरह चुनावी मैदान में उतरते है।