इतनी नेटवर्थ के साथ विश्व बिलेनियर सूची में शामिल हुए Google के CEO सुंदर पिचाई!

Google की पैरेंट कंपनी Alphabet के 53 वर्षीय CEO सुंदर पिचाई अब बिलेनियर (अरबपति) बन गए हैं। सुंदर पिचाई भारत के तमिलनाडु राज्य के मदुरै के रहने वाले है। उनकी कुल संपत्ति 1.1 अरब डॉलर यानि भारतीय मुद्रा में ये करीब 95 हजार करोड़ रुपये है। जबकि फोर्ब्स की रियल टाइम बिलियनेयर्स लिस्ट पर ध्यान दे तो पिचाई की नेट वर्थ 1.2 बिलियन डॉलर बताई गई है।
क्या है बिलेनियर बनने की वजह
सुंदर पिचाई की संपति में बढ़ोतरी और उनके बिलेनियर बनने की सबसे बड़ी वजह बाजार में अल्फाबेट की शेयरों में आई तेजी है। अल्फाबेट का कहना है कि AI की वजह से उसे बिजनेस में फायदा हुआ। साल 2023 से अब तक कंपनी की मार्केट में वैल्यू 1 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा हो गई है। इसकी वजह से निवेशकों को भी 120% तक का भारी रिटर्न मिला है। दिलचस्प बात ये है कि अल्फाबेट में उनकी हिस्सेदारी सिर्फ 0.02% है, जिसकी कीमत करीब 44 करोड़ डॉलर है। अल्फाबेट ने हाल ही में अपनी तिमाही रिपोर्ट जारी की जिसमें अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी को 28.2 बिलियन डॉलर का मुनाफा हुआ जो भारतीय मुद्रा में लगभग 2.35 लाख करोड़ रूपये है, जबकि कमाई 96.4 बिलियन डॉलर यानि 8.04 लाख करोड़ रूपये है।
पिचाई का ये मुकाम क्यों है खास
पिचाई का बिलेनियर क्लब में शामिल होन एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है क्योंकि इस सूची में शामिल होने वाले ज्यादातर बिलेनियर अरबपति कंपनियों के फाउंडर या को-फाउंडर है लेकिन सुंदर पिचाई ने CEO के तौर पर यह मुकाम हासिल किया है जो कि अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
पिचाई की पोस्ट पर मस्क ने दी बधाई
अल्फाबेट के CEO पिचाई ने कंपनी के साथ अपनी 10वीं सालगिरह का जश्न मनाया। इस मौके पर उन्होंने अपने X अकाउंट पर लिखा कि “अगस्त 2015 में अल्फाबेट के गठन के बाद से यूट्यूब और क्लाउड जैसे नए बिजनेस में जबरदस्त ग्रोथ हुई। 2015 में अल्फाबेट की आय 75 अरब डॉलर थी, जबकि अब सिर्फ यूट्यूब और क्लाउड की मिलाकर सालाना आय 110 अरब डॉलर के पार पहुंच गई है। सुंदर पिचाई की इस पोस्ट पर स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे “प्रभावशाली” कहकर उन्हें बधाई दी।
संघर्ष से सफलता तक का सफर
सुंदर पिचाई जब 1993 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए स्कॉलरशिप मिली तब वह अमेरिका आए। उस समय उनके पिता ने अपनी सालभर की सैलरी देकर उनके लिए हवाई जहाज की टिकट खरीदी थी। अमेरिका आकर उन्होंने कड़ी मेहनत और संघर्ष किया। 2004 में उन्होंने गूगल में मैनेजमेंट एक्जीक्यूटिव के रूप में नौकरी शुरू की थी। सुंदर पिचाई 2015 में गूगल के CEO बनाए गए थे। पिचाई को अल्फाबेट के CEO के तौर पर अगस्त में 10 साल पूरे होने वाले है।