पुतिन से मुलाकात के बाद भारत पर लगे 50% टैरिफ पर रोक लगाएंगे ट्रंप?
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप। युद्ध विराम पर नहीं बन सकी कोई सहमति लेकिन टैरिफ पर लग सकती है रोक।

शुक्रवार 15 अगस्त को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अलास्का के एल्मेडॉर्फ-रिचर्डसन सैन्य बेस पर मुलाकात हुई। यह मुलाकात 3 घंटे चली। संभावना जताई जा रही थी कि इस मुलाकात के दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध पर युद्ध विराम लगाने को लेकर सहमति बन सकती है। फिलहाल युद्ध विराम को लेकर कोई सहमत नहीं बन सकी लेकिन ट्रंप ने सहमति बनने की उम्मीद जताई और इस मुलाकात को सकारात्मक बताया। ट्रंप के भारत पर रूस से कच्चे तेल की खरीद के बाद लगाए 50% टैरिफ के बाद दोनों देशों की इस मुलाकात पर भारत की भी नज़रे थीं। पुतिन से मुलाकात के बाद ट्रंप ने टैरिफ के मुद्दे पर बाद करते हुए कहा कि फिलहाल उन्हें इसकी जरूरत नहीं लगती।
टैरिफ पर ट्रंप का बयान
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि भारत पर रूस से कच्चे तेल की खरीद पर लगाए गए 50% टैरिफ के बाद रूस उनसे बातचीत के लिए मजबूर हुआ क्योंकी रूस से तेल खरीदने पर भारत पर शुल्क लगेगा, तो इससे रूस का बड़ा ग्राहक हाथ से निकलने का खतरा पैदा हुआ। इससे पहले ट्रंप रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा कर चुके है और उनकी बात न मानने वाले देशों पर अतिरिक्त टैरिफ भी लगा चुके हैं। उनका कहना है कि इसी वजह से रूस ने उनसे बातचीत करने को तैयार हुआ।
यह भी पढ़ें: 50% टैरिफ बढ़ाकर ट्रंप ने भारत को दिया झटका, भारत सरकार ने इस फैसले पर दी प्रतिक्रिया।
रूस से तेल खरीदने पर नहीं लगेगा टैरिफ
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उन्हें फिलहाल रूसी तेल खरीदने वाले देशों पर नए टैरिफ लगाने की जरूरत नहीं लगती। उन्होंने कहा कि फ़िलहाल इस मुद्दे पर वह दो या तीन हफ्ते बाद फिर से विचार कर सकते हैं। ट्रंप ने नए टैरिफ पर कहा कि आज जो घटनाएं हुई हैं। उनकी वजह से फिलहाल टैरिफ पर ज्यादा ध्यान देने की कोई जरूरत नहीं है।
यह भी पढ़ें: क्या ट्रंप की टैरिफ बढ़ाने की धमकी के बाद भी रूस से तेल खरीदना बंद नहीं करेगा भारत?
किन देशों पर लगा है टैरिफ?
ट्रंप लगातार रूस और युक्रेन युद्ध को रोकने की कोशिश कर रहे है। रूस कच्चे तेल का सबसे बड़ा उत्पादक है। इसके चलते रूस को हानि पहुंचाने और युद्ध रोकने के लिए ट्रंप ने BRICS देशों यानी ब्राजील, रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रीका पर रूस से कच्चे तेल की खरीद पर टैरिफ लगाया था। अमेरिका ने जुलाई 2025 में ब्राजील पर 50% टैरिफ और रूस पर 100% टैरिफ लगाया था। तेल-गैस को छोड़कर अन्य उत्पादों पर यह टैरिफ लगाया गया था। इसके बाद अमेरिका ने चीन पर पहले से ही 25% टैरिफ साल 2018 से लगाया हुआ है जिसके बाद जून 2025 में लगाए टैरिफ को मिलकर यह 60% हो गया। अमेरिका ने साउथ अफ्रीका पर भी अप्रैल 2025 में 30% टैरिफ लगाया है। इसके बाद अमेरिका ने भारत पर भी 25% टैरिफ लगाया था और इस साल अगस्त की शुरुआत में यह टैरिफ बढ़ाकर 50% कर दिया था। इनमें से आधे टैरिफ लागू हो चुके हैं और शेष 27 अगस्त से प्रभावी होंगे।
यह भी पढ़ें: